NEET , JEE Main Exam 2021 : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ( एनटीए ) ने नीट 2021 और जेईई मेन 2021 परीक्षा की टाई-ब्रेकिंग मार्क्स पॉलिसी को बदल दिया है। एनटीए ने मार्क्स टाई होने की स्थिति में मेरिट तय करने के लिए निर्धारित विभिन्न नियमों में से अधिक उम्र के उम्मीदवार को ऊपर रखने वाला प्रावधान हटा दिया है।
जेईई 2021 परीक्षा में अगर दो उम्मीदवारों के अगर समान अंक आते हैं तो मेरिट में उनकी रैंक इस आधार पर तय होगी-
– मैथ्स में अच्छा एनटीए स्कोर पाने वाला उम्मीदवार मेरिट में ऊपर रखा जाएगा।
– अगर मैथ्स में भी नंबर समान है तो फिजिक्स से फैसला होगा। फिजिक्स में अच्छा एनटीए स्कोर पाने वाला उम्मीदवार मेरिट में ऊपर रखा जाएगा।
– अगर मैथ्स और फिजिक्स से भी निर्णय नहीं हो पाता तो केमिस्ट्री में अधिक अंक पाने वाले को मेरिट में ऊपर रखा जाएगा।
– अगर अभी भी फैसला नहीं हो पाता है तो सही उत्तरों की तुलना में कम गलत उत्तर देने वाले को चयन प्राथमिकता दी जाएगी।
नीट 2021 परीक्षा में अगर दो उम्मीदवारों के अगर समान अंक आते हैं तो मेरिट में उनकी रैंक इस आधार पर तय होगी-
– बायोलॉजी (बॉटनी व जूलॉजी) में अच्छा स्कोर पाने वाला उम्मीदवार मेरिट में ऊपर रखा जाएगा।
– अगर बायोलॉजी से फैसला नहीं हो पाता है तो केमिस्ट्री के मार्क्स देखेंगे। केमिस्ट्री में अच्छा स्कोर पाने वाला उम्मीदवार मेरिट में ऊपर रखा जाएगा।
– अगर अभी भी फैसला नहीं होता है तो सभी विषयों में सही उत्तर और अटेम्पटेड गलत उत्तरों में कम अनुपात वाले विद्यार्थी को मेरिट में ऊपर रखा जाएगा।
एनटीए 12 सितंबर को नीट 2021 परीक्षा आयोजित करेगा। नोटिफिकेशन के अनुसार, नीट 2021 एडमिट कार्ड परीक्षा से तीन दिन पहले जारी किया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि 9 सितंबर को नीट के एडमिट कार्ड जारी किए जा सकते हैं।
नीट परीक्षा के जरिए छात्र देश भर के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीएएमएस, बीएसएमएस, बीयूएमएस और बीएचएमएस समेत विभिन्न कोर्सेज में एडमिशन ले सकेंगे। पिछले वर्ष राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 में संशोधन के बाद से 13 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और पुडुचेरी में स्थित जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश परीक्षाएं भी नीट से माध्यम से ली जा रही हैं।